नमस्कार मै हूँ आपके साथ प्रेमधारा पार्वती राठौर.कैसे हैं आप.कल कहीं गयी थी मै.जिनके यहाँ गयी थी वो घर में नही थी.थोड़ी देर बाद आयी और आते ही चिल्लायी - अरे कितनी गर्मी है भाई A.C. on करो.ओह हो A.C. क्यों बंद कर रखा है.खैर A.C. on हुआ.थोड़ी देर बाद उन्होंने फ्रीज खोला.ठंढा पानी पीने के लिए.फ्रीज में एक भी bottle नही थी.पास में ही एक घड़े में भी पानी रखा था.पर वो अपने नौकर पर आगबबूला हो गयी.बहुत चिल्लाई.बहुत गुसा हो गयी.प्यासा मार दोगे.ठंढा पानी भी नही है और बस सारा समय उनका मूड खराब ही रहा.
मै भी सोच में पड़ गयी कि हम modern भौतिक सुविधाओं के कितने आदी हो गए हैं.अगर ये सुविधाएं यानि कि A.C.,T.V.,Freeze,Internet,Mobile phones ये सब हमारे जीवन से निकल जाएँ तो हम तो पागल ही हो जायें.क्यों?वास्तव में हम इन सुविधाओं के गुलाम बन गए हैं.है कि नही.ठंढा पानी तो घड़े में भी हो जाता है और घड़े का शीतल पानी नुकसान भी नही करता.लेकिन लोग फ्रीज के पानी को ही पीना पसंद करते हैं और बीमार भी हो जाते हैं.सोचिये.
कितने ही लोग हैं ऐसे जो कभी भी ताजी हवा नही खा पाते हैं.ताजी हवा खाना भी चाहे तो उनके पास time नही होता है.सुबह A.C.में उठते हैं.A.C.वाली कार से वो ऑफिस जाते हैं और ऑफिस में भी कोई खिडकी नही.वहाँ भी ताजी हवा का प्रवेश मना होता है.सारा दिन A.C. में बैठे रहते हैं और धीरे-धीरे बीमार पर जाते हैं.तब डॉक्टर कहता है कि सुबह ताजी हवा में सैर करना पडेगा.तो भाई बुरा हाल है.
प्रकृति की सहारना करने के लिए लोग साल में एक बार छुट्टी करके कही चले जाते हैं.लेकिन जो प्राकृतिक सुंदरता ठीक उनके आँगन में उतरती है उसकी वो अनदेखी कर देते हैं.
तो मजे की बात है कि ऐसे ही लोग successful यानि सफल माने जाते हैं.है न अजीब बात.जबकि शास्त्र कहते हैं कि ऐसे लोग पशुवत जीवन जी रहे हैं जो धिक्कार के योग्य है.जीवन इन सुविधाओं को जुटाने के लिए नही मिला है.जीवन तो कण-कण में प्रभु की उपस्थिति को देखने के लिए मिला है.अगर आपके जीवन के केंद्रबिंदु भगवान हो जायें तभी आपका जीवन सफलम हो सकता है.
1 comment:
you are doing great job.Thanks a lot
Post a Comment